जैविक कृषि की संभावनाएँ एवं चुनौतियाँ: गौर विकासखण्ड (बस्ती जनपद) का एक अध्ययन

International Journal of Social Science Research (IJSSR)

International Journal of Social Science Research (IJSSR)

An Open Access, Peer-reviewed, Bi-Monthly Journal

ISSN: 3048-9490

Call For Paper - Volume - 2 Issue - 5 (September - October 2025)
Article Title

जैविक कृषि की संभावनाएँ एवं चुनौतियाँ: गौर विकासखण्ड (बस्ती जनपद) का एक अध्ययन

Author(s) Som Prakash Pathak, Dr. Sudhanshu Mishra.
Country India
Abstract

प्रस्तुत शोध पत्र का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद के गौर विकासखण्ड में जैविक कृषि की संभावनाओं और चुनौतियों का मूल्यांकन करना है। यह अध्ययन रासायनिक कृषि के नकारात्मक प्रभावों, जैसे मिट्टी और जल प्रदूषण, और मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को रेखांकित करता है। शोध में पाया गया कि गौर विकासखण्ड की अनुकूल भौगोलिक स्थिति, पारंपरिक कृषि ज्ञान की उपलब्धता, और जैविक उत्पादों की बढ़ती माँग जैविक कृषि को अपनाने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है। हालाँकि, इस संक्रमण में कई महत्वपूर्ण चुनौतियाँ भी हैं, जिनमें प्रारंभिक वर्षों में कम पैदावार, जटिल और महँगी प्रमाणीकरण प्रक्रिया, उच्च श्रम लागत और संगठित बाजार नेटवर्क की कमी शामिल है। इन चुनौतियों के समाधान के लिए, यह शोध सरकारी सहायता योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, प्रमाणीकरण प्रक्रिया को सरल बनाने (जैसे PGS), और किसानों के लिए बाजार नेटवर्क विकसित करने का सुझाव देता है। निष्कर्षतः, यह अध्ययन दर्शाता है कि उचित सरकारी हस्तक्षेप, प्रशिक्षण और जागरूकता के माध्यम से गौर विकासखण्ड में जैविक कृषि एक टिकाऊ और लाभदायक विकल्प साबित हो सकती है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और पर्यावरण का संरक्षण होगा।

Area Geography
Issue Volume 2, Issue 5, October 2025
Published 11-10-2025
How to Cite Pathak, S. P., & Mishra, S. (2025). जैविक कृषि की संभावनाएँ एवं चुनौतियाँ: गौर विकासखण्ड (बस्ती जनपद) का एक अध्ययन. International Journal of Social Science Research (IJSSR), 2(5), 393-402.

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